बुधवार, 11 अप्रैल 2018

यूएसपी

उस दिन इंतजार की कापी पर
मैंने प्रेम लिखा और उसे भींच लिया
बांहों में , तो लगा जैसे असहज हो प्रेम
धड़कनें एकसार तो हुईं पर तुम
पढ़ ना पाये प्रेम का एल्गोरिथ्म
तो झट स्टोरी को बचाने के लिए
टैग किया मैंने अपनापन
ताकि एक यूआरएल तो जनेरेट हो
प्रेम ना सही, अपनापन ही सही
कुछ तो ट्रेंड सेट हो,
प्रेम तो यूएसपी है हमारा
उसे कौन छीन ले जायेगा
यह विश्वास है मेरा जिंंदगी भर का...

रजनीश आनंद
11-04-18