रविवार, 14 फ़रवरी 2016

क्या है प्यार?

गूगल से साभार
दीवानी थी मैं उसके प्यार में
लोगों ने कहा, बावली है तू
वो तुझसे प्यार नहीं करता, 
हो सकता है...
पर प्यार कहां यह समझता है,
वह कहां जानना चाहता है,
कि वह मुझसे प्यार करता है या नहीं
वो तो कहता है मैं तुम्हारी हूं
जब देखती हूं तुम्हें, धड़क उठता है दिल
तुम्हारी खुशबू से तरोताजा हो जाती जिंदगी
प्यार नहीं पूछता तुम कौन हो,
क्या है तुम्हारी जाति-धर्म
वो तो बस यह कहता है
तुम मेरे हो...
पास हो या दूर हो
तुम मेरे हो..
जब तक चलेगी सांसें मेरी
तुम मेरे और मैं तुम्हारी रहूंगी.
प्यार बस इतना ही तो कहता है
बस इतना ही तो कहता है...
रजनीश आनंद
14-02-15

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