शनिवार, 16 सितंबर 2017

यादों की लकीरें

यादों की लकीरों में
हर वक्त कुछ अच्छा
खिंचा हो जरूरी नहीं
कई बार लकीरें
गलत भी खींच जाती हैं
इंसान चाहकर भी उन
लकीरों को डस्टर से
मिटा नहीं पाता
लेकिन जरूरी नहीं
उन लकीरों को
लक्ष्मण रेखा बनाने की
अपने जीवन में यादों की
गलत खींची लकीरों को
शिलालेख पर खिंची लकीर
बना उसे मिटाने के लिए
शिलालेख पर हथौड़ा
चलाना बेवकूफी है
गलत लकीरों को ऐसे मिटाएं
जैसे ब्लैक बोर्ड पर
लिखे को डस्टर मिटाता है
बिना कोई निशान छोड़े
नयी मीठी और सच्ची लकीरों के लिए...

रजनीश आनंद
16.09-17

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