बुधवार, 22 मार्च 2017

योगी के कारण हुआ मेरा मोहभंग

मोहभंग होना दुखद स्थिति है,लेकिन मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि मेरा मोहभंग हुआ है. हां भाजपा से मेरा मोहभंग हुआ है. मुझे यह कहने में न कोई शर्म है संकोच कि मैंने  भाजपा का अबतक सही नीतियों पर समर्थन किया है अटल बिहारी वाजपेयी मेरे प्रिय नेता थे , हैं और हमेशा रहेंगे. जितने दिन भी वे सत्ता में रहे देश को विकास को ओर ले जाने का प्रयास किया. बात चाहे अर्थव्यवस्था की हो या विदेश नीति की उन्होंने शानदार काम किया. जबकि वे गठबंधन की सरकार चला रहे थे. लेकिन आज भाजपा का जो चेहरा उभरकर सामने आया है, मैं उसके समर्थन में ना पहले थी, ना भविष्य में कभी रहूंगी.
हां मैं बात कर रही हूं उत्तरप्रदेश की, जहां योगी आदित्यनाथ सीएम बने हैं उनका चयन कहीं से भी शुभ नहीं है.और यह साबित करता है कि मोदी जी विकास का जो दावा करते वो खोखला है. प्रचंंड बहुमत के बाद योगी आदित्यनाथ का चयन किस मजबूरी के कारण मोदी जी ने किया है. कहा जा रहा है कि योगी मोदी की पसंद नहीं, तो क्या यह माना जाये कि संघ पीएम से अधिक शक्तिशाली है?
एक ऐसा व्यक्ति जो नफरत फैलाता हो, जिसके पास कोई विजन ना हो ,वो प्रदेश को किस ओर ले जायेगा? कानून व्यवस्था का प्रदेश में क्या होगा भगवा जाने, जिस मठ के लोग बंदूक तान रहते हैं अब उनकी सरकार है. महिलाओं पर कितनी बंदिश लगेगी, पता नहीं.  मजनू स्क्वायड और गुटखा पर प्रतिबंध से कुछ नहीं होगा.प्रदेश का विकास होता है शिक्षा, स्वास्थ्य,रोजगार और बुनियादी जरूरतों की उपलब्धता से. राजनीति के जानकार कह रहे हैं कि योगी जी भविष्य के नेता हैं, जो मोदी जी को रिप्लेस करेंगे. तो ऐसे में क्या होगा देश का , देश की छवि का. विदेशनीति का. मोदी जी तो दावा करते हैं कि भारत अगले कुछ वर्षों में विश्व की महानशक्ति बनेगा, लेकिन योगी जी के आने के बाद तो यह कैसे होगा समझ नहीं आ रहा है.

रजनीश आनंद
22-03-17

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