गुरुवार, 12 अक्तूबर 2017

ऊर्जा का स्त्रोत तुम...

तुम वो सूर्य हो
जिससे मिलती
ऊर्जा मुझे.
दूर सही तुम
पर मेेरा घर
आंगन रौशन है
नाम से तुम्हारे
हर सुबह जब धरती पर
बिखरती है सूरज की छटा
तो महसूस होता है तुमने
हौले से चूम लिया हो
और मैं उठकर पूरी
ताकत से जुट जाती
जीवन के संघर्ष में
जहां तुम्हारा साथ
हर कदम पर
महसूस होता है...

रजनीश आनंद
12-10-17

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