गुरुवार, 21 जुलाई 2016

सपना जो सच हो गया

एक कहानी सुनेंगे आप. मुझे बहुत पसंद है,शायद आपको भी भा जाये. ना भाये तो ना पढ़ें लेकिन मैं कह रही हूं. यह प्रेम कहानी है. कहानी का शीर्षक है ‘सपना जो सच हो गया’. इस कहानी में सपने हैं, यथार्थ है और जीवन को जीने की चाह है. चूंकि मैंने बचपन से जितनी कहानियां सुनीं उनमें कहानियों की शुरुआत कुछ ऐसे होती थी कि एक समय की बात है किसी राज्य में एक राजकुमारी रहती थी. उस राज्य का नाम विजयगढ़ और राजकुमारी का नाम विजया था. तो मेरी कहानी में भी एक राजकुमारी है लेकिन अब विजयगढ़ तो है नहीं, सो वो कहां रहेगी, चलिए मेरे शहर में ही रहेगी रांची में और नाम उसका होगा रख लेते है चलिए निहारिका. लेकिन पुरानी कहानी की नायिकाओं की तरह वह बहुत सुंदर तो नहीं थी, हां जो भी उसे देखता उसकी प्रशंसा करता था. यानी यह कह सकते है कि हंसमुख थी. उसके कई सपने थे. तो उसके सपने और उसके सपनों के राजकुमार के बारे में मैं आपको बताती रहूंगी आज के लिए इतना ही ...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें