सोमवार, 4 जुलाई 2016

मेरे चेहरे पर लिखा है तेरा नाम

मेरे चेहरे पर लिखा है तेरा नाम
जो चाहे वह पढ़ सकता है
मैंने तो कोशिश नहीं की कुछ भी छिपाने की
कहा है, गर्व से मैं तुम्हारी हूं
जब से तुम आये जीवन में
बिन काजल कजरारे हो गये नयन
उन नयनों में जागी जीवन के प्रति आस
जीवनपथ पर रुआंसे हो गये थे नयन
लेकिन, फिर दिल के दरवाजे पर दस्तक दी तुमने
कहा, जीवन तो अभी शुरू हुआ है प्रिये
आओ थामो मेरा हाथ, देखो दुनिया बहुत हसीन है
पता नहीं क्यों  जब थामा तुम्हारा हाथ
लगा शब्द-शब्द सच है तुम्हारा
प्रारब्ध हो तुम मेरे और मैं हो गयी तुम्हारी
भले ही सपनों में हो
लेकिन अद्‌भुत, अनोखे हो तुम
काश की साकार स्वरूप में दिख जाओ तुम
संपूर्ण हो जाये प्रेम हमारा...
रजनीश आनंद
04-07-16

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